ओम प्रकाश चौटाला.
अजय सिंह चौटाला.
माल कमाया पिता पुत्र ने,
करके खूब घोटाला.
लालू खा के चारा.
सी-एम् बने दुबारा.
‘प्रजातंत्र’ की जय हो,
अटल बिहारी हारा.
गजब प्रभू की ‘माया’.
छक के नोट कमाया.
जीते जी लगवा के पत्थर,
अमर हो गयी भाया.
बेचारे कलमाड़ी.
ठहरे नए खिलाड़ी.
‘वाइड बाल’ पर आउट हो के,
पंहुचे जेल तिहाड़ी.
No comments:
Post a Comment